Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्र में इस तरह करें मां दुर्गा की पूजा, प्रसन्न होकर देंगी वरदान
चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है, जो मां दुर्गा की आराधना को समर्पित होता है। साल 2025 में चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होगी और 30 मार्च तक चलेगी। यह नौ दिनों का उत्सव चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है और नवमी तिथि पर समाप्त होता है। इस दौरान भक्त मां दुर्गा के नौ स्वरूपों - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री - की पूजा करते हैं। मान्यता है कि सच्चे मन और विधि-विधान से की गई पूजा मां दुर्गा को प्रसन्न करती है और वे अपने भक्तों को मनचाहा वरदान देती हैं। आइए जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि 2025 में मां दुर्गा की पूजा कैसे करें।
चैत्र नवरात्रि का महत्व
चैत्र नवरात्रि को वासंतिक नवरात्रि भी कहा जाता है, क्योंकि यह वसंत ऋतु में मनाई जाती है। यह समय नई शुरुआत, शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इस दौरान मां दुर्गा की आराधना से नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। नवरात्रि के नौ दिन मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा के लिए निर्धारित होते हैं, और प्रत्येक दिन का विशेष महत्व होता है।
मां दुर्गा की पूजा की विधि
1. **संकल्प और शुद्धता**: नवरात्रि शुरू करने से पहले संकल्प लें कि आप पूरे नौ दिन मां की भक्ति में लीन रहेंगे। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
2. **कलश स्थापना**: पहले दिन घटस्थापना करें। एक मिट्टी के घड़े में जल भरें, उसमें सुपारी, सिक्का और कुछ आम के पत्ते डालें। इसके ऊपर नारियल रखें और इसे लाल कपड़े से बांध दें। इसे पूजा स्थल पर स्थापित करें और मां दुर्गा का आह्वान करें।
3. **मां के स्वरूप की पूजा**: हर दिन मां के अलग-अलग स्वरूप की पूजा करें। उनकी मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं, फूल, धूप और नैवेद्य अर्पित करें। मां को लाल चुनरी चढ़ाएं, क्योंकि यह उनका प्रिय रंग है।
4. **दुर्गा सप्तशती पाठ**: नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। इसमें मां की महिमा और शक्ति का वर्णन है। यदि पूरा पाठ संभव न हो तो "श्री दुर्गा चालीसा" या "दुर्गा अष्टकम" का पाठ करें।
5. **व्रत और भोजन**: नवरात्रि में व्रत रखने की परंपरा है। फलाहार या सात्विक भोजन ग्रहण करें। नमक, लहसुन और प्याज से परहेज करें।
6. **आरती और मंत्र जाप**: हर दिन पूजा के अंत में मां की आरती करें। "ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै" मंत्र का जाप मां को प्रसन्न करने के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली है।
कन्या पूजन
नवरात्रि के आठवें या नौवें दिन कन्या पूजन करें। नौ कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप मानकर उनका स्वागत करें। उन्हें भोजन, वस्त्र और दक्षिणा दें। यह मां को प्रसन्न करने का एक अभिन्न अंग है।
मां को प्रसन्न करने के उपाय
- मां को लाल फूल, गुड़ और चने का भोग लगाएं।
- गरीबों को दान दें, खासकर नवरात्रि के दौरान।
- मन में श्रद्धा और विश्वास रखें, क्योंकि मां भक्त की भावना से प्रसन्न होती हैं।
चैत्र नवरात्रि 2025 में इन विधियों से मां दुर्गा की पूजा करने से निश्चित रूप से उनकी कृपा प्राप्त होगी। यह पर्व न केवल धार्मिक, बल्कि आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाने का अवसर भी है। मां दुर्गा अपने भक्तों की हर पुकार सुनती हैं और उन्हें सुख-शांति का आशीर्वाद देती हैं। जय माता दी!
